अहमद कमाल ‘परवाज़ी’ की रचनाएँ
ये गर्म रात ये सेहरा निभा के चलना है ये गर्म रेत ये सहरा[1] निभा के चलना है सफ़र तवील[2] है पानी बचा के चलना है बस… Read More »अहमद कमाल ‘परवाज़ी’ की रचनाएँ
ये गर्म रात ये सेहरा निभा के चलना है ये गर्म रेत ये सहरा[1] निभा के चलना है सफ़र तवील[2] है पानी बचा के चलना है बस… Read More »अहमद कमाल ‘परवाज़ी’ की रचनाएँ
सता लें हमको, दिलचस्पी जो है उनकी सताने में सता लें हमको, दिलचस्पी जो है उनकी सताने में हमारा क्या वो हो जाएँगे रुस्वा ख़ुद… Read More »अहमद अली ‘बर्क़ी’ आज़मी की रचनाएँ
अब सोचिये तो दाम-ए-तमन्ना में आ गए अब सोचिये तो दाम-ए-तमन्ना में आ गए दीवार ओ दर को छोड़ के सहरा में आ गए तस्वीर… Read More »अहमद अज़ीम की रचनाएँ
छुपम-छुपैया ताक-धिना-धिन मारे मैया जाड़े में, चट कर भागी दूध बिलैया जाड़े में! सिकुड़ी बैठी सोन चिरैया जाड़े में, काँप रहे हैं बंदर भैया जाड़े… Read More »अहद प्रकाश की रचनाएँ
कोई इशारा कोई इस्तिआरा क्यूँकर हो कोई इशारा कोई इस्तिआरा क्यूँकर हो अब आसमान-ए-सुख़न पर सितारा क्यूँकर हो अब उस के रंग में है बेशतर… Read More »असलम इमादी की रचनाएँ
लुत्फ़ गुनाह में मिला और न मज़ा सवाब में लुत्फ़ गुनाह में मिला और न मज़ा सवाब में उम्र तमाम कट गई काविश-ए-एहतिसाब में तेरे… Read More »असर सहबाई की रचनाएँ
शेर शिकवा किया था अज़ रहे-उल्फ़त, तंज़ समझकर रूठे हो हम भी नादिम अपनी ख़ता पर, आओ, तुम भी जाने दो शेर-1 (1) अच्छा है… Read More »असर लखनवी की रचनाएँ
फटी हुई अरज़ी धीरे धीरे यह महामारी गुज़र जाएगी इसी बीच आएगी मर्दुमशुमारी वह पन्द्रहवीं बार आ रही होगी आफ़त की तरह, जो बच रहे… Read More »असद ज़ैदी की रचनाएँ
ये राज़ है मेरी ज़िंदगी का ये राज़ है मेरी ज़िंदगी का पहने हुए हूँ कफ़न खुदी का फिर नश्तर-ए-गम से छेड़ते हैं इक तर्ज़… Read More »असग़र गोण्डवी की रचनाएँ
दो-जहाँ से मावरा हो जाएगा दो-जहाँ से मावरा हो जाएगा जो तेरे ग़म में फ़ना हो जाएगा दर्द जब दिल से जुदा हो जाएगा साज़-ए-हस्ती… Read More »‘असअद’ भोपाली की रचनाएँ