ख़ुमार बाराबंकवी की रचनाएँ
दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन याद आ गये दो बाज़ुओ की हार के दिन याद आ गये गुज़रे… Read More »ख़ुमार बाराबंकवी की रचनाएँ
दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन याद आ गये दो बाज़ुओ की हार के दिन याद आ गये गुज़रे… Read More »ख़ुमार बाराबंकवी की रचनाएँ
आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आतिश जवान था तो क़यामत लहू की… Read More »ख़ालिद महमूद की रचनाएँ
मेरे भी कुछ गिले थे मगर रात हो गई मेरे भी कुछ गिले थे मगर रात हो गईकुछ तुम भी कि रहे थे मगर रात… Read More »ख़ालिद मलिक ‘साहिल’ की रचनाएँ
बात ये है के कोई बात पुरानी भी नहीं बात ये है के कोई बात पुरानी भी नहीं और इस ख़ाक में अब कोई निशानी… Read More »ख़ालिद कर्रार की रचनाएँ
फलक ने रंज तीर आह से मेरे ज़ि-बस खेंचा फलक ने रंज तीर आह से मेरे ज़ि-बस खेंचा लबों तक दिल से शब नाले को… Read More »ख़ान-ए-आरज़ू सिराजुद्दीन अली की रचनाएँ
नश्शा-ए-मय के सिवा कितने नशे और भी हैं नश्शा-ए-मय के सिवा कितने नशे और भी हैं कुछ बहाने मेरे जीने के लिए और भी हैं… Read More »खलीलुर्रहमान आज़मी की रचनाएँ
वे लेखक नहीं हैं वे लिखते हैं लेकिन कागज पर नहीं वे लिखते हैं धरती पर वे लिखते हैं लेकिन कलम से नहीं वे लिखते… Read More »खगेंद्र ठाकुर की रचनाएँ