शिवदेव शर्मा ‘पथिक’ की रचनाएँ
वाणी-वन्दना प्यासे प्राणों की धरती पर तू तरस-बरस हे स्नेहमयी, हे किरणमयी, अनुरागमयी! स्वर जगा कुहा की इस पथराई बेला में, हे स्वर्णमयी, हे दयामयी!… Read More »शिवदेव शर्मा ‘पथिक’ की रचनाएँ
वाणी-वन्दना प्यासे प्राणों की धरती पर तू तरस-बरस हे स्नेहमयी, हे किरणमयी, अनुरागमयी! स्वर जगा कुहा की इस पथराई बेला में, हे स्वर्णमयी, हे दयामयी!… Read More »शिवदेव शर्मा ‘पथिक’ की रचनाएँ
वो जो रह-रहके चोट कर जाए वो जो रह-रहके चोट कर जाए, अपने अलफ़ाज़ से मुकर जाए, आशिक़ी,इश्क एक फजीहत है, जिसको रोना हो वो… Read More »उर्मिला माधव की रचनाएँ
आज़ादी इक खुशबू का नाम है, आज़ादी प्रकाश उछल उछल भुज पाश में भर ले तू आकाश पवन आज़ाद डोलती, मन की खिड़की खोल जनगण… Read More »उर्मिल सत्यभूषण की रचनाएँ
फिर क्या जो फूट फूट के ख़ल्वत में रोइए फिर क्या जो फूट फूट के ख़ल्वत में रोइए यकसर जहान ही को न जब तक… Read More »उर्फी आफ़ाक़ी की रचनाएँ
यास ओ उम्मीद यास मोरिद-ए-ज़ुल्म हूँ आमाज-गह-ए-तीर हूँ मैं तख़्ता-ए-मश्क़-ए-सितम क़ैदी-ए-ज़ंजीर हूँ मैं सैंकड़ों दुश्मन-ए-सफ़्फ़ाक लगे हैं पीछे कितने ही नावक-ए-बेदाद का नख़चीर हूँ मैं… Read More »उरूज क़ादरी की रचनाएँ
चुनिंदा शेर (1) खुश वह दिन कि हुस्ने यार से जब अक्ल खीराः थी यह सब महरूमियां हैं आज हम जितना समझते हैं (2) यहाँ… Read More »उम्मीद अमेठवी की रचनाएँ
इल्म ओ फ़न के राज़-ए-सर-बस्ता को वा करता हुआ इल्म ओ फ़न के राज़-ए-सर-बस्ता को वा करता हुआ वो मुझे जब भी मिला है तर्जुमा… Read More »उमैर मंज़र की रचनाएँ
अहसासों की वो पगडंडी अहसासों की वो पगडंडी मुझे तुम तक ले आई पर मैं जब तुम्हारे पास पहुँचा तो जाने क्यों लगा मैं रास्ता… Read More »उमेश पंत की रचनाएँ
गुजरी गंवारी और ग्वालिनी अहिर जात गुजरी गंवारी और ग्वालिनी अहिर जात, गारी उठ प्रातः देत शरम हूं न आवे है। घर में दही दूध… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ
प्यार बना उपहार हमारा प्यार बना उपहार हमारा प्राण प्रिये आभार याद रहेगा ताजीवन अब यह मनहर उपकार मुख पर है मुस्कान ज़रूरी इसके बिन… Read More »उमेश कुमार राठी की रचनाएँ