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Authorwise

सत्यप्रकाश बेकरार की रचनाएँ

भूख क्या यह त्रासदी नहीं है- कि मेरी भाषा के विशाल शब्दकोश में भूख का कोई पर्यायवाची नहीं है! और मेरा यह कहना कि मैं… Read More »सत्यप्रकाश बेकरार की रचनाएँ

सत्यपाल सहगल की रचनाएँ

दिनांक आज इतनी हलचलें हैं कि सिर्फ हलचलें हैं उदासी का चेहरा सिर्फ खुद हो नज़र आता है सभी कोनों में सिर्फ रोशनी और आवाज़ें… Read More »सत्यपाल सहगल की रचनाएँ

सत्यपाल आनंद की रचनाएँ

अगला सफ़र तवील नहीं वो दिन भी आए हैं उस की सियाह ज़ुल्फ़ों में कपास खिलने लगी है, झलकती चाँदी के कशीदा तार चमकने लगे… Read More »सत्यपाल आनंद की रचनाएँ

सत्यनारायण की रचनाएँ

नदी-सा बहता हुआ दिन  कहाँ ढूँढ़ें– नदी-सा बहता हुआ दिन । वह गगन भर धूप सेनुर और सोना, धार का दरपन भँवर का फूल होना,… Read More »सत्यनारायण की रचनाएँ

सत्यनारायण ‘कविरत्न’ की रचनाएँ

मातॄवंदना-1 सब मिलि पूजिय भारत-माई।भुवि विश्रुत, सद‍वीर-प्रसूता, सरल सदय सुखदाई।।बाकी निर्मल कीर्ति कौमुदी, छिटकी चहुँ दिशि छाई।कलित केन्द्र आरज-निवास की, वेद पुरानन गाई।।आर्य-अनार्य सरस चाखत… Read More »सत्यनारायण ‘कविरत्न’ की रचनाएँ

सत्यदेव आजाद की रचनाएँ

प्यारे चंदा मामा प्यारे चंदा मामा, आओ! सारे नभ में घूमा करते हर घर को तुम देखा करते अगर न आओ, तो हमको ही- इक… Read More »सत्यदेव आजाद की रचनाएँ

शिवदीन राम जोशी

श्री हनुमत अष्टक  सुख सम्पति दायक, राम के पायक, सत्य सहायक, संकट हारी | ध्यान दे ज्ञान दे शक्ति दे भक्ति दे, मुक्ति सामिप्य दे… Read More »शिवदीन राम जोशी

सत्य मोहन वर्मा की रचनाएँ

दधीचि पिता जब तक तुम्हारी ममतामयी काया थी मेरे सर पर वट – वृक्ष की छाया थी जिसके तले मैंने अपनापन, अवज्ञा और आक्रोश अत्यंत… Read More »सत्य मोहन वर्मा की रचनाएँ

सत्य प्रकाश कुलश्रेष्ठ की रचनाएँ

साग पकाया बंदर गया खेत में भाग, चुट्टर-मुट्टर तोड़ा साग। आग जला कर चट्टर-मट्टर, साग पकाया खद्दर-बद्दर। सापड़-सूपड़ खाया खूब, पोंछा मु हूँह उखाड़ कर… Read More »सत्य प्रकाश कुलश्रेष्ठ की रचनाएँ

शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ

समझ मन अवसर बित्यो जाय समझ मन अवसर बित्यो जाय | मानव तन सो अवसर फिर-फिर, मिलसी कहाँ बताय || हरी गुण गाले प्रभु को… Read More »शिवदीन राम जोशी की रचनाएँ