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हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ

आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था आइना सीना-ए-साहब-नज़राँ है कि जो था चेहरा-ए-शाहिद-ए-मक़सूद अयाँ है कि जो था इश्क़-ए-गुल में वही बुलबुल का फ़ुगाँ है… Read More »हैदर अली ‘आतिश’ की रचनाएँ

हातिम शाह की रचनाएँ

आब-ए-हयात जा के किसू ने पिसू ने पिया तो क्या  आब-ए-हयात जा के किसू ने पिसू ने पिया तो क्या मानिंद-ए-ख़िज्र जग में अकेला जिया… Read More »हातिम शाह की रचनाएँ

हरिशंकर परसाई की रचनाएँ

जगत के कुचले हुए पथ पर भला कैसे चलूं मैं? किसी के निर्देश पर चलना नहीं स्वीकार मुझको नहीं है पद चिह्न का आधार भी… Read More »हरिशंकर परसाई की रचनाएँ

अनामिका सिंह ‘अना’ की रचनाएँ

सरस्वती स्तुति  नमामि हे शिवानुजा, नमामि हे महाश्रया। नमामि माँ सरस्वती, अजान हूँ करो दया॥ करो प्रशस्त पंथ माँ, असत्य का सुबोध हो। कुरीतियाँ विलुप्त… Read More »अनामिका सिंह ‘अना’ की रचनाएँ

हरकिशन सन्तोषी की रचनाएँ

द्रोणाचार्य द्रोणाचार्य क्या तुम इस देश के मनु को जानते हो? द्रोणाचार्य क्या तुम ‘तथाकथित वीर अर्जुन’ को जानते हो? द्रोणाचार्य क्या तुम ‘परमवीर एकलव्य’… Read More »हरकिशन सन्तोषी की रचनाएँ

हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ

कुछ दोहे 1. पार उतर जाए कुशल किसकी इतनी धाक डूबे अखियाँ झील में बड़े – बड़े तैराक 2. जाने किससे है बनी, प्रीत नाम… Read More »हस्तीमल ‘हस्ती’ की रचनाएँ

अनामिका तिवारी की रचनाएँ

हर आँगन से उठती सिसकी  हर आँगन से उठती सिसकी सदियों से ख़ामोश है– आँगन से आँगन तक के सफ़र में। गुज़रती हुई सदियाँ तमाम… Read More »अनामिका तिवारी की रचनाएँ

अनामिका अनु की रचनाएँ

लोकतन्त्र  खरगोश बाघों को बेचता था, फिर अपना पेट भरता था । बिके बाघ ख़रीदारों को खा गए, फिर बिकने बाज़ार में आ गए ।… Read More »अनामिका अनु की रचनाएँ

‘अना’ क़ासमी की रचनाएँ

बाजुओ पर दिये परवाजे़ अना दी है मुझे बाजुओं-पर दिये परवाजे़ ‘अना दी है मुझे फिर ख़लाओं में नयी राह दिखा दी है मुझ अपनी… Read More »‘अना’ क़ासमी की रचनाएँ

हरिवंशराय बच्चन की रचनाएँ

  कोई पार नदी के गाता कोई पार नदी के गाता! भंग निशा की नीरवता कर,इस देहाती गाने का स्वर,ककड़ी के खेतों से उठकर,आता जमुना… Read More »हरिवंशराय बच्चन की रचनाएँ