संदीप द्विवेदी की रचनाएँ
मैं धन्य हूँ जन्मा यहाँ भारत भुवन की नींव में है शौर्य की उत्रिष्ठ प्रतिमा भारत के कंठों में भरी है वीरता की दिव्य गरिमा… Read More »संदीप द्विवेदी की रचनाएँ
मैं धन्य हूँ जन्मा यहाँ भारत भुवन की नींव में है शौर्य की उत्रिष्ठ प्रतिमा भारत के कंठों में भरी है वीरता की दिव्य गरिमा… Read More »संदीप द्विवेदी की रचनाएँ
बचा लेता है कागज वज़नदार होता है जब नोट बन जाता है रौंद डालता है सारे आदर्श, मानवीयता, रिश्ते निगल लेता है जीवन मूल्य झोपड़ी… Read More »संतोष श्रीवास्तव की रचनाएँ
चंद शब्दों से नहीं बनती है कविता महज चंद शब्दों और चंद बिंबों से नहीं बनती है कविता कविता कोई भात नहीं कविता कोई सब्ज़ी… Read More »शाहिद अख़्तर की रचनाएँ
मातृभूमि तेरी जय हो मातृभूमि तेरी जय हो। पुण्यभूमि तेरी जय हो।। शस्य श्यामला जन्मदायिनी। रत्नगर्भ संचित प्रदायिनी।। हिमगिरि मस्तक मुकुटधारिणी। बहती गंगा मुक्तदायिनी।। ईश्वर… Read More »संतोष कुमार सिंह की रचनाएँ
यार का मुझको इस सबब डर है यार का मुझको इस सबब डर है शोख, ज़ालिम है, और सितम्गर है देख सर्वे -चमन तेरे क़द… Read More »शाह हातिम की रचनाएँ
अफ़सोस है कि हम कूँ दिल-दार भूल जावे अफ़सोस है कि हम कूँ दिल-दार भूल जावेवो शौक़ वो मोहब्बत वो प्यार भूल जावे. रुस्तम तेरी… Read More »शाह मुबारक ‘आबरू’की रचनाएँ
परिवहन निगम की बस में सांसद-विधायक सीट परिवहन निगम की बस में यात्रा करते हुए आपने भी देखा होगा कि एक समूची सीट के उपर… Read More »संतोष कुमार चतुर्वेदी की रचनाएँ
गो सियह-बख़्त हूँ पर यार लुभा लेता है गो सियह-बख़्त हूँ पर यार लुभा लेता है शक्ल-ए-साया के मुझे साथ लगा लेता है तू वो… Read More »शाह ‘नसीर’की रचनाएँ
क्यूँ मुश्त-ए-ख़ाक पर कोई दिल दाग़दार हो क्यूँ मुश्त-ए-ख़ाक पर कोई दिल दाग़दार हो मर कर भी ये हवस कि हमारा मज़ार हो बढ़ जाए… Read More »शाह दीन हुमायूँ की रचनाएँ
बंदर मामा बंदर मामा बी.ए. पास,दुलहिन लाए एम.ए. पासमामा बोले-‘घूँघट कर’,मामी बोली-‘मुझसे डर’।मैं लड़की हूँ एम.ए. पास,मैंने खोदी नहीं है घास।फिल्म देखने जाऊँगी,आकर गीत सुनाऊँगी।रोटी… Read More »संतोष कुँअर की रचनाएँ