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Poetry

हरिपाल त्यागी की रचनाएँ

संस्कृति एक दिन/अचानक पान की गिलौरी मुंह में दबाए/धोती-कुरते में मूर्तिमान हो उठी/भारतीय संस्कृति मैंने उसे सामने से देखा लेकिन- लेकिन हाय! मुझे उसकी पीठ… Read More »हरिपाल त्यागी की रचनाएँ

हेमन्त जोशी की रचनाएँ

उनकी पराजय वे खुश हैं कि समाजवाद पराजित हो रहा है मैं खुश हूँ कि आदमी में अभी लड़ने का हौसला बाक़ी है वे कहते… Read More »हेमन्त जोशी की रचनाएँ

हसन आबिदी की रचनाएँ

दिल की दहलीज़ पे जब शाम का साया उतरा दिल की दहलीज़ पे जब शाम का साया उतरा उफ़ुक़-ए-दर्द से सीने में उजाला उतरा रात… Read More »हसन आबिदी की रचनाएँ

हफ़ीज़ मेरठी की रचनाएँ

अच्छी तरह ज़रा मुझे पहचान ज़िंदगी अच्छी तरह ज़रा मुझे पहचान ज़िंदगी इंसान हूँ मैं हज़रते -इन्सान ज़िंदगी। पहने हुए है रेशमो -कमख़्वाब का क़फ़न… Read More »हफ़ीज़ मेरठी की रचनाएँ

हेमन्त कुकरेती की रचनाएँ

चाँद पर नाव आँख देखने के लिए नज़र चाहिए ठीक हो दूर और पास की तो कहना ही क्या बाज़ार को दूर से देखने पर… Read More »हेमन्त कुकरेती की रचनाएँ

हसन अब्बास रजा की रचनाएँ

दुश्मन को ज़द पर आ जाने दो दुश्ना मिल जाएगा दुश्मन को ज़द पर आ जाने दो दुश्ना मिल जाएगा ज़िंदानों को तोड़ निकलने का… Read More »हसन अब्बास रजा की रचनाएँ

हरिनारायण व्यास की रचनाएँ

उठे बादल, झुके बादल उधर उस नीम की कलगी पकड़ने को झुके बादल। नयी रंगत सुहानी चढ़ रही है सब के माथे पर। उड़े बगुल,… Read More »हरिनारायण व्यास की रचनाएँ

हेंसन रेहानी की रचनाएँ

आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है आज सौदाए मोहब्बत की ये अर्ज़ानी है काम बे-कार जवानों का ग़ज़ल-ख़्वानी है ग़म की तकमील का सामान… Read More »हेंसन रेहानी की रचनाएँ

हरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय की रचनाएँ

नानी की नाव नाव चली, नानी की नाव चली, नीना की नानी की नाव चली! लंबे सफ़र पे आओ चलो, भागे चलो जागो चलो, आओ,… Read More »हरेंद्रनाथ चट्टोपाध्याय की रचनाएँ