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आधुनिक काल

अभिषेक कुमार अम्बर की रचनाएँ

मुझको रोज़ाना नए ख़्वाब दिखाने वाले मुझको रोज़ाना नए ख़्वाब दिखाने वाले। बेवफ़ा कहते हैं तुझको ये ज़माने वाले। तू सलामत रहे मंज़िल पे पहुंचकर… Read More »अभिषेक कुमार अम्बर की रचनाएँ

अभिषेक औदिच्य की रचनाएँ

सुनो नवागत, सुनो नवागत सुनो! नवागत, सुनो! नवागत आने से पहले, कुछ शर्तें हैं मेरी कलश गिराने से पहले। गंतव्यों से पहले बातें मंतव्यों की… Read More »अभिषेक औदिच्य की रचनाएँ

अभिराम शर्मा की रचनाएँ

पागलपन  जीवन मुक्त हुआ उन्मादी! दे दे मुझे गरल की प्याली- क्यों मेरी मदिरा ढुलका दी? अरे, अरे! यह भीषण ज्वाला- तूने कैसे कहां लगा… Read More »अभिराम शर्मा की रचनाएँ

अभिरंजन कुमार की रचनाएँ

छोटी चिड़िया, बड़ी चिड़िया छोटी चिड़िया पेड़ पर, बैठी बड़ी मुंडेर पर! छोटी चिड़िया ने फल खाए और बड़ी ने दाने, फिर दोनों ने, चीं-चीं,… Read More »अभिरंजन कुमार की रचनाएँ

अभिनव अरुण की रचनाएँ

मांद से बाहर  चुप मत रह तू खौफ से कुछ बोल बजा वह ढोल जिसे सुन खौल उठें सब ये चुप्पी मौत मरें क्यों हम… Read More »अभिनव अरुण की रचनाएँ

अभिज्ञात की रचनाएँ

प्रीत नैना चोरा के राखल बा (ग़ज़ल)  सगरो ऐना चोरा के राखल बा। सच के गहना चोरा के राखल बा। ऊ कसम खाके झूठ बोलै… Read More »अभिज्ञात की रचनाएँ

अभय मौर्य की रचनाएँ

किसान तब मैं उम्र में बहुत छोटा था, ढोर चराता और घास ढोता था । मैंने देखा था मेरे बाब्बू हल जोतकर, बैठे थे हुक्का… Read More »अभय मौर्य की रचनाएँ

अब्दुल्लाह ‘जावेद’ की रचनाएँ

अश्क ढलते नहीं देखे जाते  अश्क ढलते नहीं देखे जाते दिल पिघलते नहीं देखे जाते फूल दुश्मन के हों या अपने हों फूल जलते नहीं… Read More »अब्दुल्लाह ‘जावेद’ की रचनाएँ

अब्दुल हमीद की रचनाएँ

अजीब शय है के सूरत बदलती जाती है अजीब शय है के सूरत बदलती जाती है ये शाम जैसे मक़ाबिर में ढलती जाती है चहार… Read More »अब्दुल हमीद की रचनाएँ

अब्दुल हमीद ‘अदम’ की रचनाएँ

आगही में इक ख़ला मौजूद है आगही में इक ख़ला मौजूद है इस का मतलब है ख़ुदा मौजूद है है यक़ीनन कुछ मगर वाज़ेह नहीं… Read More »अब्दुल हमीद ‘अदम’ की रचनाएँ