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आधुनिक काल

शकेब जलाली की रचनाएँ

आकर गिरा था कोई परिंदा लहू में तर आकर गिरा था कोई परिंदा लहू में तर । तस्वीर अपनी छोड़ गया है चट्टान पर ।… Read More »शकेब जलाली की रचनाएँ

अतुल अजनबी की रचनाएँ

सफ़र हो शाह का या क़ाफ़िला फ़क़ीरों का सफ़र हो शाह का या क़ाफ़िला फ़क़ीरों का शजर मिज़ाज समझते हैं राहगीरों का किसी दरख़्त से… Read More »अतुल अजनबी की रचनाएँ

अतीक़ुल्लाह की रचनाएँ

चलो सुरंग से पहले गुज़र के देखा जाए चलो सुरंग से पहले गुज़र के देखा जाए फिर इस पहाड़ को काँधों पे धर के देखा… Read More »अतीक़ुल्लाह की रचनाएँ

अतीक़ इलाहाबादी की रचनाएँ

अगरचे लाई थी कल रात कुछ नजात हवा अगरचे लाई थी कल रात कुछ नजात हवा उड़ा के ले गई बादल भी साथ साथ हवा… Read More »अतीक़ इलाहाबादी की रचनाएँ

अता तुराब की रचनाएँ

आसमानों में भी दरवाज़ा लगा कर देखें आसमानों में भी दरवाज़ा लगा कर देखें क़ामत-ए-हुस्न का अंदाज़ा लगा कर देखें इश्क़ तो अपने लहू में… Read More »अता तुराब की रचनाएँ

अतहर नफीस की रचनाएँ

‘अतहर’ तुम ने इश्क़ किया कुछ तुम भी कहो क्या हाल हुआ ‘अतहर’ तुम ने इश्क़ किया कुछ तुम भी कहो क्या हाल हुआ कोई… Read More »अतहर नफीस की रचनाएँ

अज्ञेय की रचनाएँ

विकल्प वेदी तेरी पर माँ, हम क्या शीश नवाएँ? तेरे चरणों पर माँ, हम क्या फूल चढ़ाएँ? हाथों में है खड्ग हमारे, लौह-मुकुट है सिर… Read More »अज्ञेय की रचनाएँ

अज्ञात हिन्दू महिला की रचनाएँ

स्तुति  इस दुनिया में दो दिन गुजारा है अब; नहीं यहाँ किसी का इजारा है अब। तेरे तक अक़्ल को रसाई नहीं; इसी जापै इंसान… Read More »अज्ञात हिन्दू महिला की रचनाएँ

अज्ञात रचनाकार की रचनाएँ

चंदा मामा, आरे आवा  चंदा मामा, आरे आवा, पारे आवा, नदिया किनारे आवा, सोने के कटोरवा में दूध-भात ले के आवा। बबुआ के मुंह में… Read More »अज्ञात रचनाकार की रचनाएँ

अज्ञात कवि की रचनाएँ

न्हातई न्हात तिहारेई स्याम कलिन्दजा स्याम भई बहुतै है न्हातई न्हात तिहारेई स्याम कलिन्दजा स्याम भई बहुतै है । धोखेहु धोये हौँ यामे कहूँ तो… Read More »अज्ञात कवि की रचनाएँ