अजेय की रचनाएँ
मेरा गाँव गज़ा पट्टी में सो रहा था वह आकाश की ओर देखती थी गाँव की छत पर लेटी एक छोटी बच्ची दो हरी पत्तियों… Read More »अजेय की रचनाएँ
मेरा गाँव गज़ा पट्टी में सो रहा था वह आकाश की ओर देखती थी गाँव की छत पर लेटी एक छोटी बच्ची दो हरी पत्तियों… Read More »अजेय की रचनाएँ
जीवन के रेतीले तट पर जीवन के रेतीले तट पर मैं आंधी तूफ़ान लिए हूँ। अंतर में गुमनाम पीर है, गहरे तम से भी गहरी… Read More »अजीत सुखदेव की रचनाएँ
दिलों की उक़दा-कुशाई का वक़्त है के नहीं दिलों की उक़दा-कुशाई का वक़्त है के नहीं ये आदमी की ख़ुदाई का वक़्त है के नहीं… Read More »‘अज़ीज़’ हामिद मदनी की रचनाएँ
छोड़ो भी गर्मी बरसाना कड़ी धूप का बने खजाना, सूरज जी! छोड़ो भी गरमी बरसाना, सूरज जी! नर्म-मुलायम धूप बदलकर आते हो क्यों रूप बदलकर!… Read More »हरीश दुबे की रचनाएँ
अब्शारे-गज़ल ये कौन आ गई दिलरुबा ये कौन आ गई दिलरुबा महकी महकी फ़िज़ा महकी महकी हवा महकी महकी वो आँखों में काजल वो बालों… Read More »हसरत जयपुरी की रचनाएँ
पद-रत्नाकर / भाग- 1 श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार श्रीराधारानी-चरन बिनवौं बारंबार। बिषय-बासना नास करि, करौ प्रेम-संचार॥ तुम्हरी अनुकंपा अमित, अबिरत अकल अपार। मोपर सदा अहैतुकी बरसत… Read More »हनुमानप्रसाद पोद्दार की रचनाएँ
नाव काग़ज़ की लहर पर छोड़ दो नाव काग़ज़ की लहर पर छोड़ दो बाक़ी बातें ईश्वर पर छोड़ दो ज़ख़्म उसके पास अपना भेजकर… Read More »हरि फ़ैज़ाबादी की रचनाएँ
सड़क बुहारती हुई औरत सड़क बुहारती हुई औरत जानती है कहा-कहाँ हैं गड्ढे कहाँ-कहाँ पड़ा है कीचड़ कहाँ-कहाँ छितरे हैं सड़े पत्ते कहाँ-कहाँ बहाया गया… Read More »हेमन्त प्रसाद दीक्षित की रचनाएँ
ग़ज़लें आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने आ ही गया वो मुझ को लहद में उतारने ग़फ़लत ज़रा न की मिरे ग़फ़लत-शेआर… Read More »‘हफ़ीज़’ जालंधरी की रचनाएँ
आश्ना कब हो है ये ज़िक्र दिल-ए-शाद के साथ आश्ना कब हो है ये ज़िक्र दिल-ए-शाद के साथ लब को निस्बत है मिर ज़मज़म-ए-दाद के… Read More »‘हसरत’ अज़ीमाबादी की रचनाएँ