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अमिताभ त्रिपाठी ‘अमित’ की रचनाएँ

जिन्दगी इक तलाश है क्या है? जिन्दगी इक तलाश है, क्या है? दर्द इसका लिबास है क्या है? फिर हवा ज़हर पी के आई क्या,… Read More »अमिताभ त्रिपाठी ‘अमित’ की रचनाएँ

अमिता प्रजापति की रचनाएँ

बच्चे जल्दी बड़े हो रहे हैं बच्चे जल्दी बड़े हो रहे हैं सम्भाल रहे हैं अपने बस्ते में रखी ढेर सारी कॉपियाँ, क़िताबें और दिया… Read More »अमिता प्रजापति की रचनाएँ

अमित शर्मा ‘मीत’ की रचनाएँ

यूँ अपने दिल को बहलाने लगे हैं  यूँ अपने दिल को बहलाने लगे हैं लिपटकर ख़ुद के ही शाने लगे हैं हमें तो मौत भी… Read More »अमित शर्मा ‘मीत’ की रचनाएँ

अमित धर्मसिंह की रचनाएँ

हमारे गाँव में हमारा क्या है ! आठ बाई दस केकड़ियों वाले कमरे में पैदा हुएखेलना सीखा तोमाँ ने बतायाहमारे कमरे से लगा कमराहमारा नहीं… Read More »अमित धर्मसिंह की रचनाएँ

अमित कुमार मल्ल की रचनाएँ

बीते बहुत दिन बीते बहुत दिन लिखा नहीं एक शब्द स्याही थी खुली आँखे थी पर लिखा नहीं एक शब्द संवेदनाये थी लबो पर ताला… Read More »अमित कुमार मल्ल की रचनाएँ

अमित कल्ला की रचनाएँ

बूढ़े पंखों का सहारा ले बूढे पंखों का सहारा ले रंग छिपे पहाडो तक जा पहुचते आप ही उत्त्पन दिलासाओं के संग सही – सही… Read More »अमित कल्ला की रचनाएँ

‘अमानत’ लखनवी की रचनाएँ

आग़ोश में जो जलवा-गर इक आग़ोश में जो जलवा-गर इक नाज़नीं हुआ अंगुश्तरी बना मेरा तन वो नगीं हुआ रौनक़-फ़ज़ा लहद पे जो वो मह-जबीं… Read More »‘अमानत’ लखनवी की रचनाएँ

अमरेन्द्र की रचनाएँ

जन्म खण्ड / गेना जों बसन्त मेँ गाछी के ठारी सेँ निकलै टूसाचतुरदशी के बाद सरँग मेँ विहँसै चान समूचाबितला शैशव पर जों आबै मारलेॅ… Read More »अमरेन्द्र की रचनाएँ

अमरनाथ साहिर की रचनाएँ

कुछ फुटकर शे’र होने को तो है अब भी वही हुस्न, वही इश्क़। जो हर्फ़े-ग़लत होके मिटा नक़्शे-वफ़ा था॥ पिन्हाँ नज़र से पर्द-ए-दिल में रहा… Read More »अमरनाथ साहिर की रचनाएँ

अमरनाथ श्रीवास्तव की रचनाएँ

मैं बहुत खुश हूँ अगर लौटने पर शेष हैया कुछ कि मेरे बाद कितनादेखना है इस गली मेंकौन किसको याद कितनाया खिलौने जो कि बचपन… Read More »अमरनाथ श्रीवास्तव की रचनाएँ