जितेन्द्रकुमार सिंह ‘संजय’की रचनाएँ
दिव्य सौन्दर्य की स्वामिनी शोभने! दिव्य सौन्दर्य की स्वामिनी शोभने! श्याम कुन्तल सजा एक लीला कमल। लाज की लालिमा से ढँके ये अधर चन्द्रमा-कर अमृतकुण्ड-से… Read More »जितेन्द्रकुमार सिंह ‘संजय’की रचनाएँ
दिव्य सौन्दर्य की स्वामिनी शोभने! दिव्य सौन्दर्य की स्वामिनी शोभने! श्याम कुन्तल सजा एक लीला कमल। लाज की लालिमा से ढँके ये अधर चन्द्रमा-कर अमृतकुण्ड-से… Read More »जितेन्द्रकुमार सिंह ‘संजय’की रचनाएँ
बड़ी मुश्किल से छुपाया है कोई देख न ले बड़ी मुश्किल से छुपाया है कोई देख न ले आँख में अश्क जो आया है… Read More »जावेद सबा की रचनाएँ
आगही सूद-ओ-ज़ियाँ की कोई मुश्किल भी नहीं आगही सूद-ओ-ज़ियाँ की कोई मुश्किल भी नहीं हासिल-ए-उम्र मगर उम्र का हासिल भी नहीं आँख उठाओ तो हिजाबात… Read More »जावेद वशिष्ठ की रचनाएँ
बहुत उदास था उस दिन मगर हुआ क्या था बहुत उदास था उस दिन मगर हुआ क्या था हर एक बात भली थी तो फिर… Read More »जावेद नासिर की रचनाएँ
अज़ब ख़्वाबों से मेरा राबता रक्खा गया अज़ब ख़्वाबों से मेरा राबता रक्खा गया मुझे सोए-हुवों में जागता रक्खा गया वो कोई और घर… Read More »जावेद अनवर
दर्द अपनाता है पराए कौन दर्द अपनाता है पराए कौन कौन सुनता है और सुनाए कौन कौन दोहराए वो पुरानी बात ग़म अभी सोया… Read More »जावेद अख़्तर की रचनाएँ
दीवार-ए-शब कारवाँ लुट गया क़ाफ़िले मुंतशिर हो गए तीरगी का धमाका हुआ और दीवार-ए-शब ढह गई सिर्फ़ सरगोशियाँ मेरी आँखों में अलफ़ाज़ की किरचियाँ भर… Read More »जाबिर हुसेन की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 परम पुरुष कवि जानकी, बन्दत हौं सिर नाय। निज ही अनुभव तें हिए, जो प्रभु जान्यो जाय।।1।। साँचे कवि कवि जानकी,… Read More »जानकी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएँ
उदयति मिहिरो, विगलति तिमिरो उदयति मिहिरो,विगलति तिमिरो भुवनं कथमभिरामम् प्रचरति चतुरो मधुकरनिकरो गुंजति कथमविरामम्॥ विकसति कमलं,विलसति सलिलम् पवनो वहति सलीलम् दिशिदिशि धावति,कूजति नृत्यति खगकुलमतिशयलोलम्॥ शिरसि… Read More »जानकीवल्लभ शास्त्री की रचनाएँ
उफ़ुक़ अगरचे पिघलता दिखाई पड़ता है उफ़ुक़ अगरचे पिघलता दिखाई पड़ता है मुझे तो दूर सवेरा दिखाई पड़ता है हमारे शहर में बे-चेहरा लोग बसते… Read More »जाँ निसार अख़्तर की रचनाएँ