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रामनरेश त्रिपाठी की रचनाएँ

चतुर चित्रकार चित्रकार सुनसान जगह में, बना रहा था चित्र, इतने ही में वहाँ आ गया, यम राजा का मित्र। उसे देखकर चित्रकार के तुरत… Read More »रामनरेश त्रिपाठी की रचनाएँ

रामधारी सिंह “दिनकर”

मंगल-आह्वान मंगल-आह्वान भावों के आवेग प्रबल मचा रहे उर में हलचल। कहते, उर के बाँध तोड़ स्वर-स्त्रोत्तों में बह-बह अनजान, तृण, तरु, लता, अनिल, जल-थल… Read More »रामधारी सिंह “दिनकर”

रामदेव सिंह ‘कलाधर’की रचनाएँ

बोल तोता, बोल हरे रंग का एक-एक ‘पर’, लाल चोंच है कितनी सुंदर, लाल फूल की माला दी है- किसने तुझे अमोल? बोल तोता!बोल। कौन… Read More »रामदेव सिंह ‘कलाधर’की रचनाएँ

रामदेव भावुक की रचनाएँ

  जवानी पैंचा नै लेबै लिखलाका मेटाय देवै, अपना लिलार के ठूठ पाखड़ के किरिया, पकबा इनार के बरगबिहीन मजुरबा के राज हो बनैबै शोषण… Read More »रामदेव भावुक की रचनाएँ

रामदुलारा सिंह ‘पराया’की रचनाएँ

कैसा जन्म दिवस जन्म दिवस पर पापा मेरे लाए खूब मिठाई, मम्मी-पापा, मैंने खाई जम कर खूब मिठाई! पर दादी की थाली से जब- गायब… Read More »रामदुलारा सिंह ‘पराया’की रचनाएँ

रामदरश मिश्र की रचनाएँ

तुम और मैंः दो आयाम (एक) बहुत दिनों के बाद हम उसी नदी के तट से गुज़रे जहाँ नहाते हुए नदी के साथ हो लेते… Read More »रामदरश मिश्र की रचनाएँ

रामजी की रचनाएँ

चोथतीँ चकोरैँ चँहु औरैँ जानि चँदमुखी चोथतीँ चकोरैँ चँहु औरैँ जानि चँदमुखी , रही बचि डरन दसन दुति दँपा के । लीलि जाते बर ही… Read More »रामजी की रचनाएँ

रामजी यादव की रचनाएँ

आलू जहां मैं जाता हूं वहीं देखता हूं तुम्‍हें और मुझे अच्‍छे भी लगते हो तुम उबले हुए भुने हुए और तले हुए भूरे-भूरे लेकिन… Read More »रामजी यादव की रचनाएँ

रामजी मिश्र की रचनाएँ

क्या भूलूँ, क्या याद करूँ पता नहीं क्यों बार-बार यह, इम्तहान यों आ जाता है, सुख से मुसकाते फूलों पर, दुःख का बादल छा जाता… Read More »रामजी मिश्र की रचनाएँ

रामजन्मसिंह शिरीष की रचनाएँ

चल मेरे घोड़े चल मेरे घोड़ टम्मक-टम! चल मेरे घोड़े ठम्मक-टम!! चीता रोके तो लड़ जाना, हाथी टोके तो चढ़ जाना, गफलत मत कर बढ़… Read More »रामजन्मसिंह शिरीष की रचनाएँ