सावित्री परमार की रचनाएँ
बरगद बाबा बरगद बाबा कितने अच्छे करते प्यार इन्हें सब बच्चे। चाहे कितनी धूप पड़े चाहे जितनी शीत पड़े, हँसते रहते हरदम चाहे आँधी आए,… Read More »सावित्री परमार की रचनाएँ
बरगद बाबा बरगद बाबा कितने अच्छे करते प्यार इन्हें सब बच्चे। चाहे कितनी धूप पड़े चाहे जितनी शीत पड़े, हँसते रहते हरदम चाहे आँधी आए,… Read More »सावित्री परमार की रचनाएँ
वर्जना सदा वर्जनाएँ झेली हैं जीवन में। बोलने की, चलने की, सोने की जगने की। देखने की, सुनने की, समझने व न समझने की। सुबह… Read More »सावित्री नौटियाल काला की रचनाएँ
बदन सिमटा हुआ और दश्त-ए-जाँ फैला हुआ है बदन सिमटा हुआ और दश्त-ए-जाँ फैला हुआ है सो ता-हद्द-ए-नज़ वहम ओ गुमाँ फैला हुआ है हमारे… Read More »सालिम सलीम की रचनाएँ
आतिश-दान आतिश-दानों से अपने दहकते हुए सीने निकाल लो वर्ना आख़िर दिन आग और लकड़ी ओ अशरफ़-उल-मख़्लूक़ बना दिया जाएगा ऐ मेरे सर-सब्ज़ ख़ुदा बैन… Read More »सारा शगुफ़्ता की रचनाएँ
हमारी बेचैनी उस की पलकें भिगो गई है हमारी बेचैनी उस की पलकें भिगो गई है ये रात यूँ बन रही है जैसे कि सो… Read More »साबिर की रचनाएँ
चाँदनी रात में शानों से ढलकती चादर चाँदनी रात में शानों से ढलकती चादर जिस्म है या कोई शमसीर निकल आई है मुद्दतों बाद उठाए… Read More »साबिर दत्त की रचनाएँ
अपनी यकजाई में भी ख़ुद से जुदा रहता हूँ अपनी यकजाई में भी ख़ुद से जुदा रहता हूँ घर में बिखरी हुई चीज़ों की तरह… Read More »साबिर ज़फ़र की रचनाएँ
ज़रूरत यह प्यार नहीं है ज़रूरतें हैं तुम्हारी मेरी बच्चों की जो, बांधे रखती हैं तुमको–मुझको बच्चों को एक बंधन जो कहलाता है अटूट जाता… Read More »साधना सिन्हा की रचनाएँ
एक चुनौती देष की नारी सावधान हो । नई चुनौती आयी ह,ै नये नियमों के ताल मेल में एक बुझी मसाल लायी है । आरक्षण… Read More »साधना जोशी की रचनाएँ
दुनिया से कुफ्रे – आम मिटाया हुज़ूर ने दुनिया से कुफ्रे – आम मिटाया हुज़ूर ने इन्सानियत का दर्स सिखाया हुज़ूर ने इन्सानी ज़िन्दगी पे… Read More »सादिक़ रिज़वी की रचनाएँ