तुषार धवल की रचनाएँ
छूटती चीज़ों के बीच छोड़ दिया तुमने भी जैसे कि सब चीज़ें छूट रही हैं नहीं थी पहले भी अब तो और भी नहीं है… Read More »तुषार धवल की रचनाएँ
छूटती चीज़ों के बीच छोड़ दिया तुमने भी जैसे कि सब चीज़ें छूट रही हैं नहीं थी पहले भी अब तो और भी नहीं है… Read More »तुषार धवल की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 लोट चुकी जिस पर विकल, मोर मुकुट की नोक। जो जन-मन-मल शेक हर, दायक दिव्यालोक।।1।। जिसमें कसकीली भरी, परम रसीली हूल।… Read More »तुलसीराम शर्मा ‘दिनेश’की रचनाएँ
केशव,कहि न जाइ केशव , कहि न जाइ का कहिये । देखत तव रचना विचित्र अति ,समुझि मनहिमन रहिये । शून्य भीति पर चित्र ,रंग… Read More »तुलसीदास की रचनाएँ
बच्चा खा रहा है रोटी गा रहा है जाड़े की लम्बी रातों बाबा से सुना गीत कर रहा है शौच पत्थरों से खेलता मिट्टी पर… Read More »तुलसी रमण की रचनाएँ
लग जाए न कोई कलंक मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ भी नहीं है तुमने मुझे प्रेम के रूप में अपना विरह दिया और मैं पीने… Read More »तुलसी पिल्लई की रचनाएँ
इक बहाना है तुझे याद किए जाने का इक बहाना है तुझे याद किए जाने का कब सलीक़ा है मुझे वर्ना ग़ज़ल गाने का फिर… Read More »तुफ़ैल बिस्मिल की रचनाएँ
जिस जगह पत्थर लगे थे रंग नीला कर दिया जिस जगह पत्थर लगे थे रंग नीला कर दिया अबकी रुत ने मेरा बासी जिस्म ताज़ा… Read More »तुफ़ैल चतुर्वेदी की रचनाएँ
दस्त-ए-ख़िरद से पर्दा-कुशाई न हो सकी दस्त-ए-ख़िरद से पर्दा-कुशाई न हो सकी हुस्न-ए-अज़ल की जलवा-नुमाई न हो सकी रंग-ए-बहार दे न सके ख़ार-ज़ार को दस्त-ए-जुनूँ… Read More »तिलोक चंद ‘महरूम’की रचनाएँ
एक अश्किया एक अश्किया[1], ख़ब्ती और उन्मादी आदमी अभी-अभी गया है सघन काली नींद के गर्त में गर्त से ही नर्क का रास्ता खोज लिया… Read More »तिथि दानी ढोबले की रचनाएँ
ख़ुश्क ज़ख़्मों को कुरेदा जाएगा ख़ुश्क ज़ख़्मों को कुरेदा जाएगा दश्त में दरिया को ढूँढा जाएगा याद-ए-माज़ी इक तिलिस्मी ग़ार है मुड़ के जो देखेगा… Read More »ताहिर वारसी की रचनाएँ