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आधुनिक काल

शंभूप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ

नाच बँदरिया डमक-डमक-डम, डम-डम-डम नाच बँदरिया छम-छम-छम! तेरा बंदर है शौकीन, पहने है कपड़े रंगीन, नेकटाई चश्मा, पतलून, घर है उसका देहरादून, नहीं किसी साहब… Read More »शंभूप्रसाद श्रीवास्तव की रचनाएँ

शंभूनाथ शेष की रचनाएँ

फूल और शूल  एक दिन जो बाग में जाना हुआ,दूर से ही महकती आई हवा!खिल रहे थे फूल रँगा-रंग के-केसरी थे और गुलाबी थे कहीं,चंपई… Read More »शंभूनाथ शेष की रचनाएँ

हनीफ़ तरीन की रचनाएँ

ग़ज़लें आइए आसमाँ की ओर चलें आइए आसमाँ की ओर चलें साथ ले कर ज़मीं का शोर चलें चाँद उल्फ़त का इस्तिआरा है जिस की… Read More »हनीफ़ तरीन की रचनाएँ

हूबनाथ पांडेय की रचनाएँ

तुम और हम तुम जनमे तब देश ग़ुलाम था हम जनमे आज़ाद देश में तुम थे कमज़ोर पर अपनी कमज़ोरी को अपनी ताक़त बनाते रहे… Read More »हूबनाथ पांडेय की रचनाएँ

हरिकेश की रचनाएँ

सोई सही राजा दान धारा न रुकति जाकी सोई सही राजा दान धारा न रुकति जाकी, जुद्ध जस धारा देवदारा मुख जोबती। कबि हरिकेस कहै… Read More »हरिकेश की रचनाएँ

हनीफ़ कैफ़ी की रचनाएँ

आरज़ूएँ कमाल-आमादा आरज़ूएँ कमाल-आमादा ज़िंदगानी ज़वाल-आमादा ज़िंदगी तिश्ना-ए-मजाल-ए-जवाब लम्हा लम्हा सवाल-आमादा ज़ख़्म खा कर बिफर रही है अना आजज़ी है जलाल-आमादा कैसे हमवार हो निबाह… Read More »हनीफ़ कैफ़ी की रचनाएँ

हुसैन माजिद की रचनाएँ

ग़ज़लें धूल भरी आँधी में सब का चेहरा रौशन रखना है धूल भरी आँधी में सब का चेहरा रौशन रखना है बस्ती पीछे रह जाएगी… Read More »हुसैन माजिद की रचनाएँ

हकीम ‘नासिर’ की रचनाएँ

आँखों ने हाल कह दिया होंट न फिर हिला सके आँखों ने हाल कह दिया होंट न फिर हिला सके दिल में हज़ार ज़ख्म थे… Read More »हकीम ‘नासिर’ की रचनाएँ

हुल्लड़ मुरादाबादी की रचनाएँ

क्या करेगी चांदनी  चांद औरों पर मरेगा क्या करेगी चांदनीप्यार में पंगा करेगा क्या करेगी चांदनी चांद से हैं खूबसूरत भूख में दो रोटियाँकोई बच्चा… Read More »हुल्लड़ मुरादाबादी की रचनाएँ

हरे प्रकाश उपाध्याय की रचनाएँ

हाशिया  1 लिखने से पहले निकाल देता हूँ हाशिए की ज़गह हाशिए से बाहर लिखता चला जाता हूँ पूरे पृष्ठ में कोरा अलग से दिखता… Read More »हरे प्रकाश उपाध्याय की रचनाएँ