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आधुनिक काल

रियाज़ ख़ैराबादी की रचनाएँ

आईना देखते ही वो दीवाना हो गया आईना देखते ही वो दीवाना हो गया देखा किसे कि शम्अ से परवाना हो गया गुल कर के… Read More »रियाज़ ख़ैराबादी की रचनाएँ

राहुल शिवाय की रचनाएँ

माँ शारदे ! तुमको नमन श्वेतवर्णा ! भारती ! माँ गोमती ! माँ श्वेतानन! ज्ञानमुद्रा ! वरप्रदा ! माँ शारदे ! तुमको नमन l मैं अकिंचन, निरालम्बी सामने कबसे खड़ा, माँ… Read More »राहुल शिवाय की रचनाएँ

राहुल राजेश की रचनाएँ

पत्तियाँ जब तक हरी हैं, भरी हैं हरियाली से, नमक और पानी से तब तक है रीढ़ और शिराओं में दम जब तक उनकी असंख्य… Read More »राहुल राजेश की रचनाएँ

राहुल झा की रचनाएँ

चांद और घास मेरा और तुम्हारा सारा फ़र्क इतने में है कि तुम ऊपर उगते हो मैं नीचे उगती हूँ और कितना फ़र्क हो जाता… Read More »राहुल झा की रचनाएँ

राहुल कुमार ‘देवव्रत’की रचनाएँ

अलविदा केदार एकाएक से एक खबर का मिलना तुम न रहे स्तब्ध कर देती है किसी-किसी का जाना मैंने देखा है कि जब एक पीढ़ी… Read More »राहुल कुमार ‘देवव्रत’की रचनाएँ

राही मासूम रज़ा की रचनाएँ

वह पान भरी मुस्कान कवि नरेन्द्र शर्मा के लिए वह पान भरी मुस्कान न जाने कहाँ गई ? जो दफ्तर में, इक लाल गदेली कुर्सी पर,… Read More »राही मासूम रज़ा की रचनाएँ

राही फ़िदाई की रचनाएँ

एहसास-ए-ज़िम्मेदारी बेदार हो रहा है एहसास-ए-ज़िम्मेदारी बेदार हो रहा है हर शख़्स अपने क़द का मीनार हो रहा है आवाज़-ए-हक़ कहीं अब रू-पोश हो न… Read More »राही फ़िदाई की रचनाएँ

राहत इन्दौरी की रचनाएँ

जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है वो शख्स, सिर्फ भला ही नहीं, बुरा… Read More »राहत इन्दौरी की रचनाएँ

‘रासिख़’ अज़ीमाबादी की रचनाएँ

दिल ज़ुल्फ़-ए-बुताँ में है गिरफ़्तार हमारा दिल ज़ुल्फ़-ए-बुताँ में है गिरफ़्तार हमारा इस दाम से है छूटना दुश्वार हमारा बाज़ार-ए-जहाँ में है अजब जिंस-ए-ज़बूँ हम… Read More »‘रासिख़’ अज़ीमाबादी की रचनाएँ

राशिद हामिदी की रचनाएँ

आँख खुली तो मुझ को ये इदराक हुआ आँख खुली तो मुझ को ये इदराक हुआ ख़्वाब-नगर का हर मंज़र सफ़्फ़ाक हुआ जिस्म ओ जान… Read More »राशिद हामिदी की रचनाएँ