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आधुनिक काल

‘अदीम’ हाशमी की रचनाएँ

आया हूँ संग ओ ख़िश्त के अम्बार देख कर  आया हूँ संग ओ ख़िश्त के अम्बार देख करख़ौफ़ आ रहा है साया-ए-दीवार देख कर आँखें… Read More »‘अदीम’ हाशमी की रचनाएँ

‘अदा’ ज़ाफ़री की रचनाएँ

आलम ही और था आलम ही और था जो शनासाइयों में था जो दीप था निगाह की परछाइयों में था वो बे-पनाह ख़ौफ़ जो तन्हाइयों… Read More »‘अदा’ ज़ाफ़री की रचनाएँ

हरिराम मीणा की रचनाएँ

. रसूल हमजातोव  1. कविता आग है इस आग में अंगारों के ऊपर मशाल की लौ है लौ से बढ़कर उसकी रोशनी बाहरी अन्धकार को… Read More »हरिराम मीणा की रचनाएँ

अदम गोंडवी की रचनाएँ

मानवता का दर्द लिखेंगे, माटी की बू-बास लिखेंगे मानवता का दर्द लिखेंगे, माटी की बू-बास लिखेंगे । हम अपने इस कालखण्ड का एक नया इतिहास… Read More »अदम गोंडवी की रचनाएँ

हबीब अहमद की रचनाएँ

ग़ज़लें इस शहर-ए-खराबी में  इस शहर-ए-खराबी में गम-ए-इश्क के मारे ज़िंदा हैं यही बात बड़ी बात है प्यारे ये हंसता हुआ लिखना ये पुरनूर सितारे… Read More »हबीब अहमद की रचनाएँ

अदनान कफ़ील दरवेश की रचनाएँ

अन्तिम प्रार्थना चाँद — दफ़ा हो जाओ हवा — मुझ तक सुगन्ध न लाओ खिड़कियो — बन्द हो जाओ दीवालो — और निकट आओ छत… Read More »अदनान कफ़ील दरवेश की रचनाएँ

अतुल कुमार मित्तल की रचनाएँ

यह रोटी नहीं यह रोटी नहीं रथ का टूटा पहिया है जिसे लेकर अकेला अभिमन्यु चक्रव्यूह में घुस पड़ा है लेकिन यह एक वक़्त की… Read More »अतुल कुमार मित्तल की रचनाएँ

अतुल कनक की रचनाएँ

हा ! आज आज माता-पिता की शादी की सत्तावनवीं वर्षगाँठ थी और मैं बचता रहा माँ को बधाई देने से बधाई देना तो दूर की… Read More »अतुल कनक की रचनाएँ

हेमन्त श्रीमाल की रचनाएँ

फागुन आया रे फागुन आया रे गलियों गलियों र।ग गुलाल कुमकुम केसर के सौ थाल भर-भर लाया रे फागुन आया रे होंठ हठीले रंगे गुलाबी… Read More »हेमन्त श्रीमाल की रचनाएँ

शमशाद इलाही ‘शम्स की रचनाएँ

मैं हर बार मुसलमान बना दिया जाता हूँ ये मेरा शहरजिंदगी और उसकी जुस्तजू सेलबरेज़ शहरजाने क्यों अ़ज़ीज बन गया हैइंसानियत के गुनहगारों का?जो- एक… Read More »शमशाद इलाही ‘शम्स की रचनाएँ