आशुतोष दुबे की रचनाएँ
देखने वालों के दो हिस्से हो जाते हैं यह नदी दोनों तरफ़ बह रही है तुम जिस तरफ़ देखते रहोगे बह जाओगे उसी तरफ़ देखते… Read More »आशुतोष दुबे की रचनाएँ
देखने वालों के दो हिस्से हो जाते हैं यह नदी दोनों तरफ़ बह रही है तुम जिस तरफ़ देखते रहोगे बह जाओगे उसी तरफ़ देखते… Read More »आशुतोष दुबे की रचनाएँ
प्रथमपतिगृहानुभवम् प्रथमपतिगृहानुभवम् हे सखि पतिगृहगमनं प्रथमसुखदमपि किंत्वतिक्लिष्टं री। परितो नूतन वातावरणे वासम् कार्यविशिष्टं री।। वदने सति अवरुद्धति कण्ठं दिवसे अवगुण्ठनमाकण्ठं। केवलमार्य त्यक्त्वा तत्र किंञ्चिदपि मया… Read More »शास्त्री नित्यगोपाल कटारे की रचनाएँ
तेरे बिना सच कहूँ तेरे बिना ठंडे तवे सी ज़िंदगानी और मन भूखा सा बच्चा एक रोटी ढूँढता है चाँद आधा, आधे नंबर पा के… Read More »शार्दुला नोगजा की रचनाएँ
इक दिन ख़ुद को अपने पास बिठाया हम ने इक दिन ख़ुद को अपने पास बिठाया हम ने पहले यार बनाया फिर समझाया हम ने… Read More »शारिक़ कैफ़ी की रचनाएँ
मेरा जीवन मेरा जीवन अनंत संघर्ष-गाथा के विम्बों को समेटते शुरू हुआ था गुड्डे-गुड्डी की कहानियों से शुरू होकर यवनी राजकुमार के घोड़े पर सवार… Read More »शारदा सिंह की रचनाएँ
ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुना ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुनाछेड़ दे ज़िक्र-ए-वफ़ा हाँ कोई अफ़्साना सुना ग़ीबत-ए-दहर बहुत गोश-ए-गुनहगार… Read More »शान-उल-हक़ हक़्क़ी की रचनाएँ
अहद-ए-मायूसी जहाँ तक साज़गार आता गया अहद-ए-मायूसी जहाँ तक साज़गार आता गया अपने-आप में दिल-ए-बे-इख़्तियार आता गया कुछ सुकूँ कुछ ज़ब्त कुछ रंग-ए-करार आता गया… Read More »शाद आरफ़ी की रचनाएँ
ढूँढोगे अगर मुल्कों मुल्कों मिलने के नहीं, नायाब हैं हम ढूँढोगे अगर मुल्कों मुल्कों मिलने के नहीं, नायाब हैं हम ताबीर है जिसकी हसरत-ओ-गम ऐ… Read More »शाद अज़ीमाबादी की रचनाएँ
बेटी का हाथ-1 तुम्हारा हाथ पकड़ना जैसे बेला के फूलों को लेना हाथों में जैसे दुनिया की सबसे छोटी नदी को महसूसना क़रीब जैसे छोटी… Read More »आशीष त्रिपाठी की रचनाएँ
व्यक्तिगत हम अनुभूति-सम्राट, अभिव्यक्ति-शून्य, सांध्य-प्रहरी | दिग्भ्रमित, गंतव्य-हीन, चिर प्रतीक्षित नयन, करते अरण्य-रोदन वन-केसरी | हम अनुभूति-सम्राट, अभिव्यक्ति-शून्य, सांध्य-प्रहरी | प्रति निशा, बोझिल नयन, बूढी… Read More »आशीष जोग की रचनाएँ