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ख़ालिद महमूद की रचनाएँ

आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आँखों में धूप दिल में हरारत लहू की थी आतिश जवान था तो क़यामत लहू की… Read More »ख़ालिद महमूद की रचनाएँ

ख़ालिद कर्रार की रचनाएँ

बात ये है के कोई बात पुरानी भी नहीं  बात ये है के कोई बात पुरानी भी नहीं और इस ख़ाक में अब कोई निशानी… Read More »ख़ालिद कर्रार की रचनाएँ

ख़ान-ए-आरज़ू सिराजुद्दीन अली की रचनाएँ

फलक ने रंज तीर आह से मेरे ज़ि-बस खेंचा फलक ने रंज तीर आह से मेरे ज़ि-बस खेंचा लबों तक दिल से शब नाले को… Read More »ख़ान-ए-आरज़ू सिराजुद्दीन अली की रचनाएँ

खलीलुर्रहमान आज़मी की रचनाएँ

नश्शा-ए-मय के सिवा कितने नशे और भी हैं नश्शा-ए-मय के सिवा कितने नशे और भी हैं कुछ बहाने मेरे जीने के लिए और भी हैं… Read More »खलीलुर्रहमान आज़मी की रचनाएँ

खगेंद्र ठाकुर की रचनाएँ

वे लेखक नहीं हैं  वे लिखते हैं लेकिन कागज पर नहीं वे लिखते हैं धरती पर वे लिखते हैं लेकिन कलम से नहीं वे लिखते… Read More »खगेंद्र ठाकुर की रचनाएँ

क्रांति की रचनाएँ

पता नहीं क्या था मेरा, तुम्हारे पास आना तीर-बिंधे हंस का सिद्धार्थ के पास आना था; तुम्हारा मुझे देवव्रतों को सौंप देना पता नहीं क्या… Read More »क्रांति की रचनाएँ

कौशलेन्द्र शर्मा ‘अभिलाष’ की रचनाएँ

कैसी होगी मेरी पहली रचना रोज सुनूँ मैं अच्छी अच्छी बातें, मिलती थी नवचिंतन की सौगातें। मधुर मिलन की या पखेरु सा होना, कैसी होगी… Read More »कौशलेन्द्र शर्मा ‘अभिलाष’ की रचनाएँ

कौशल्या गुप्ता की रचनाएँ

वह छुअन अनेकों ही छवि-चित्र लय और गीत, कथा-कहानी, समायी हैं चहुँ ओर। जतन जुटाते हैं लाखों पकड़ने को अपनी-अपनी विध से। पकड़ में तो… Read More »कौशल्या गुप्ता की रचनाएँ

कौशल किशोर की रचनाएँ

नई शुरुआत यह कविता मई 1974 की रेल हड़ताल के दौरान लिखी गई थी दादी सुना नहीं तुमने बाबूजी हड़ताल पर हैं कन्धे पर यूनियन… Read More »कौशल किशोर की रचनाएँ