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October 2020

शेखर जोशी की रचनाएँ

निराला के प्रति  शेष हुआ वह शंखनाद अब पूजा बीती ! इन्दीवर की कथा रही तुम तो अर्पित हुए स्वयं ही । ओ महाप्राण ! इस कालरात्रि… Read More »शेखर जोशी की रचनाएँ

शेख किफ़ायत की रचनाएँ

प्रथमहिं सुमिरौ नाम विधाता  प्रथमहिं सुमिरौं नाम विधाता । जोविधि विधि किन्ह सकल रंगराता ।। सात अकास किन्ह मैं गुनी । सरंग पताल रचे बिनु… Read More »शेख किफ़ायत की रचनाएँ

शेख़ अली बख़्श ‘बीमार’ की रचनाएँ

बुतो ये शीशा-ए-दिल तोड़ दो ख़ुदा के लिए बुतो ये शीशा-ए-दिल तोड़ दो ख़ुदा के लिए जो संग-ए-दिल हो तो क्या चाहिए जफ़ा के लिए… Read More »शेख़ अली बख़्श ‘बीमार’ की रचनाएँ

शुभेश कर्ण की रचनाएँ

कवियों की प्रेमिकाएँ  कविताओं में उनसे मेरी मुलाकात हुई वे झमका-झमकाकर नैन पुदीने की चटनी पीसती जाती थीं देवी दुर्गा की तरह उनके रूप की… Read More »शुभेश कर्ण की रचनाएँ

शुभाशीष चक्रवर्ती की रचनाएँ

मृत्यु-1 मृत्यु संग न ले जाने का हठ कर रही है मैं उसकी गोद में कूद जाता हँ जीवन हँसता है और घेर लेता है… Read More »शुभाशीष चक्रवर्ती की रचनाएँ

शुभा की रचनाएँ

अकलमंदी और मूर्खता स्त्रियों की मूर्खता को पहचानते हुए पुरुषों की अक्लमंदी को भी पहचाना जा सकता है इस बात को उलटी तरह भी कहा… Read More »शुभा की रचनाएँ

शुभम श्रीवास्तव ओम की रचनाएँ

मैं अपना वो ही चेहरा ढूढ़ता हूँ  मैं अपना वो ही चेहरा ढूढ़ता हूँ, कि-खुद को मुस्कुराता ढूढ़ता हूँ। बहुत भारी अभी माहौल लेकिन- मैं… Read More »शुभम श्रीवास्तव ओम की रचनाएँ

कविता विकास की रचनाएँ

है शरारा ये मुहब्बत का, हवा मत देना  है शरारा ये मुहब्बत का, हवा मत देना जो सुलग ही गया दिल में तो दबा मत… Read More »कविता विकास की रचनाएँ

कविता वाचक्नवी की रचनाएँ

मैं चल तो दूँ (कविता) मैं चल तो दूँ पर उन सबको साथ लेकर चलने की इच्छा का क्या करूँ जिन्हें चलना नहीं आता मैं… Read More »कविता वाचक्नवी की रचनाएँ

कविता सिंह की रचनाएँ

वस्ल के ख़्वाब सज़ा कर के सहर जाती है वस्ल के ख़्वाब सज़ा कर के सहर जाती है आलमें-हिज्र में ये रात गुज़र जाती है… Read More »कविता सिंह की रचनाएँ