शाहिदा हसन की रचनाएँ
ठहरा है करीब-ए-जान आ कर ठहरा है करीब-ए-जान आ कर जाने का नहीं ये ध्यान आ कर आईना लिया तो तेरी सूरत हँसने लगी दरमियान… Read More »शाहिदा हसन की रचनाएँ
ठहरा है करीब-ए-जान आ कर ठहरा है करीब-ए-जान आ कर जाने का नहीं ये ध्यान आ कर आईना लिया तो तेरी सूरत हँसने लगी दरमियान… Read More »शाहिदा हसन की रचनाएँ
ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को समंदर कर दे ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को समंदर कर दे या छलकती हुई आँखों को भी पत्थर… Read More »शाहिद मीर की रचनाएँ
जो ग़ज़लें मंसूब हैं तुमसे उनको फिर दोहराना है जो ग़ज़लें मंसूब हैं तुमसे उनको फिर दोहराना है रूठे हुए गीतों की ख़ातिर तुमको लौट… Read More »शाहिद मिर्ज़ा शाहिद की रचनाएँ
हाशिये पर कुछ हक़ीक़त कुछ फ़साना ख़्वाब का हाशिये[1] पर कुछ हक़ीक़त कुछ फ़साना ख़्वाब का एक अधूरा-सा है ख़ाका[2] ज़िंदगी के बाब का रंग सब धुँधला… Read More »शाहिद माहुली की रचनाएँ
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए मेरी आंखें सुर्ख़ तेरे हाथ पीले हो… Read More »शाहिद कबीर की रचनाएँ
चंद शब्दों से नहीं बनती है कविता महज चंद शब्दों और चंद बिंबों से नहीं बनती है कविता कविता कोई भात नहीं कविता कोई सब्ज़ी… Read More »शाहिद अख़्तर की रचनाएँ
यार का मुझको इस सबब डर है यार का मुझको इस सबब डर है शोख, ज़ालिम है, और सितम्गर है देख सर्वे -चमन तेरे क़द… Read More »शाह हातिम की रचनाएँ
अफ़सोस है कि हम कूँ दिल-दार भूल जावे अफ़सोस है कि हम कूँ दिल-दार भूल जावेवो शौक़ वो मोहब्बत वो प्यार भूल जावे. रुस्तम तेरी… Read More »शाह मुबारक ‘आबरू’की रचनाएँ
गो सियह-बख़्त हूँ पर यार लुभा लेता है गो सियह-बख़्त हूँ पर यार लुभा लेता है शक्ल-ए-साया के मुझे साथ लगा लेता है तू वो… Read More »शाह ‘नसीर’की रचनाएँ
क्यूँ मुश्त-ए-ख़ाक पर कोई दिल दाग़दार हो क्यूँ मुश्त-ए-ख़ाक पर कोई दिल दाग़दार हो मर कर भी ये हवस कि हमारा मज़ार हो बढ़ जाए… Read More »शाह दीन हुमायूँ की रचनाएँ