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Komal Rajeshwari

शिवदयाल की रचनाएँ

तिनका करने को जब कुछ नहीं तो कुतरते रहो उसे मुँह में ले कि भर जाए कुछ खालीपन । जब पंछी घोंसले में सहेज कर… Read More »शिवदयाल की रचनाएँ

शिवचरण चौहानकी रचनाएँ

आ गया जाड़ा खोलकर खिड़की किवाड़ा आ गया जाड़ा! दाँत पढ़ते हैं पहाड़ा आ गया जाड़ा! टोप कानों पर चढ़ा सीने कसा स्वेटर, अंग सारे… Read More »शिवचरण चौहानकी रचनाएँ

शिरीष कुमार मौर्य की रचनाएँ

शामिल आजकल न मैं किसी उत्सव में शामिल हूँ न किसी शोक में न किसी रैली-जुलूस में किसी सभा में नहीं न किसी बाहरी ख़ुलूस… Read More »शिरीष कुमार मौर्य की रचनाएँ

शिबली नोमानी

हुकूमत पर ज़वाल आया तो हुकूमत पर ज़वाल आया तो फिर नामो-निशां कब तक चराग़े-कुश्‍त:-ए-महफ़िल से उट्ठेगा धुऑं कब तक क़बाए-सल्‍तनत के गर फ़लक ने… Read More »शिबली नोमानी

शाहीन अब्बास की रचनाएँ

अब ऐसे चाक पर कूज़ा-गरी होती नहीं थी अब ऐसे चाक पर कूज़ा-गरी होती नहीं थी कभी होती थी मिट्टी और कभी होती नहीं थी… Read More »शाहीन अब्बास की रचनाएँ

शाहिदा हसन की रचनाएँ

ठहरा है करीब-ए-जान आ कर  ठहरा है करीब-ए-जान आ कर जाने का नहीं ये ध्यान आ कर आईना लिया तो तेरी सूरत हँसने लगी दरमियान… Read More »शाहिदा हसन की रचनाएँ

शाहिद मीर की रचनाएँ

ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को समंदर कर दे  ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को समंदर कर दे या छलकती हुई आँखों को भी पत्थर… Read More »शाहिद मीर की रचनाएँ

शाहिद मिर्ज़ा शाहिद की रचनाएँ

जो ग़ज़लें मंसूब हैं तुमसे उनको फिर दोहराना है जो ग़ज़लें मंसूब हैं तुमसे उनको फिर दोहराना है रूठे हुए गीतों की ख़ातिर तुमको लौट… Read More »शाहिद मिर्ज़ा शाहिद की रचनाएँ

शाहिद माहुली की रचनाएँ

हाशिये पर कुछ हक़ीक़त कुछ फ़साना ख़्वाब का हाशिये[1] पर कुछ हक़ीक़त कुछ फ़साना ख़्वाब का एक अधूरा-सा है ख़ाका[2] ज़िंदगी के बाब का रंग सब धुँधला… Read More »शाहिद माहुली की रचनाएँ