अनिरुद्ध प्रसाद विमल की रचनाएँ
वरदान चाहियो हमरा देशोॅ के उत्थान चाहियोॅप्रभु यहेॅ विमल वरदान चाहियोॅ। हर गीत यहाँ पर टूटलोॅ छैहर साज यहाँ बिखरलोॅ छैअपने लोगोॅ के भीतर घात… Read More »अनिरुद्ध प्रसाद विमल की रचनाएँ
वरदान चाहियो हमरा देशोॅ के उत्थान चाहियोॅप्रभु यहेॅ विमल वरदान चाहियोॅ। हर गीत यहाँ पर टूटलोॅ छैहर साज यहाँ बिखरलोॅ छैअपने लोगोॅ के भीतर घात… Read More »अनिरुद्ध प्रसाद विमल की रचनाएँ