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जुबैर रिज़वी

जुबैर रिज़वी की रचनाएँ

बिछड़ते दामनों में फूल की कुछ पत्तियाँ रख दो बिछड़ते दामनों में फूल की कुछ पत्तियाँ रख दो तअल्लुक़ की गिराँबारी में थोड़ी नर्मियाँ रख… Read More »जुबैर रिज़वी की रचनाएँ