वरदान चाहियो हमरा देशोॅ के उत्थान चाहियोॅप्रभु यहेॅ विमल वरदान चाहियोॅ।हर गीत यहाँ पर टूटलोॅ छैहर साज यहाँ बिखरलोॅ छैअपने…