किशोरचन्द्र कपूर ‘किशोर’ की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 ‘ब्रज चन्द विनोद’ से सेवक गिरिजा नाथ का, मेरे मन यह आश। चींटी जैसे चाहती, उड़ जाऊँ आकाश।।1।। वैसे ही यह… Read More »किशोरचन्द्र कपूर ‘किशोर’ की रचनाएँ
दोहा / भाग 1 ‘ब्रज चन्द विनोद’ से सेवक गिरिजा नाथ का, मेरे मन यह आश। चींटी जैसे चाहती, उड़ जाऊँ आकाश।।1।। वैसे ही यह… Read More »किशोरचन्द्र कपूर ‘किशोर’ की रचनाएँ