ख़ुर्शीद अकरम की रचनाएँ
अक़्ल बड़ी बे-रहम थी दिल को उस के दुख की घड़ी में तन्हा छोड़ दिया जिस्म ने लेकिन साथ दिया दुख के गहरे सागर में… Read More »ख़ुर्शीद अकरम की रचनाएँ
अक़्ल बड़ी बे-रहम थी दिल को उस के दुख की घड़ी में तन्हा छोड़ दिया जिस्म ने लेकिन साथ दिया दुख के गहरे सागर में… Read More »ख़ुर्शीद अकरम की रचनाएँ