छवि की रचनाएँ
तारे भये कारे तेरे नैन रतनारे भये तारे भये कारे तेरे नैन रतनारे भये , मोती भये सीरे तू न सीरी अजहूँ भई । छवि… Read More »छवि की रचनाएँ
तारे भये कारे तेरे नैन रतनारे भये तारे भये कारे तेरे नैन रतनारे भये , मोती भये सीरे तू न सीरी अजहूँ भई । छवि… Read More »छवि की रचनाएँ