जयप्रकाश त्रिपाठी की रचनाएँ
अब का तुक्का-पुक्का फाड़ो अब का तुक्का-पुक्का फाड़ो पढ़ो पहाड़ा भाईजी। चुनाव चुक्का-मुक्का, लिक्खो नया पहाड़ा भाईजी। दिल्ली दाँत निपोरे टुकटुक जो जीते, सबके जी… Read More »जयप्रकाश त्रिपाठी की रचनाएँ
अब का तुक्का-पुक्का फाड़ो अब का तुक्का-पुक्का फाड़ो पढ़ो पहाड़ा भाईजी। चुनाव चुक्का-मुक्का, लिक्खो नया पहाड़ा भाईजी। दिल्ली दाँत निपोरे टुकटुक जो जीते, सबके जी… Read More »जयप्रकाश त्रिपाठी की रचनाएँ