जियाउल हक़ क़ासमी की रचनाएँ
मैं शिकार हूँ किसी और का मुझे मारता कोई और है मैं शिकार हूँ किसी और का मुझे मारता कोई और है मुझे जिस ने… Read More »जियाउल हक़ क़ासमी की रचनाएँ
मैं शिकार हूँ किसी और का मुझे मारता कोई और है मैं शिकार हूँ किसी और का मुझे मारता कोई और है मुझे जिस ने… Read More »जियाउल हक़ क़ासमी की रचनाएँ