फ़रहत कानपुरी की रचनाएँ
आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर दिल ही मे न रह… Read More »फ़रहत कानपुरी की रचनाएँ
आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर आँखों में बसे हो तुम आँखों में अयाँ हो कर दिल ही मे न रह… Read More »फ़रहत कानपुरी की रचनाएँ