बिस्मिल अज़ीमाबादी की रचनाएँ
सरफ़रोशी की तमन्ना सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है एक से करता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ… Read More »बिस्मिल अज़ीमाबादी की रचनाएँ
सरफ़रोशी की तमन्ना सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है एक से करता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ… Read More »बिस्मिल अज़ीमाबादी की रचनाएँ