रामेश्वर दयाल दुबे की रचनाएँ
खोटी अठन्नी आओ, तुम्हें सुनाएँ अपनी बात बहुत ही छोटी, किसी तरह आ गई हमारे हाथ अठन्नी खोटी! रहा सोचता बड़ी देर तक, पर न… Read More »रामेश्वर दयाल दुबे की रचनाएँ
खोटी अठन्नी आओ, तुम्हें सुनाएँ अपनी बात बहुत ही छोटी, किसी तरह आ गई हमारे हाथ अठन्नी खोटी! रहा सोचता बड़ी देर तक, पर न… Read More »रामेश्वर दयाल दुबे की रचनाएँ