हैरत इलाहाबादी ’ की रचनाएँ
आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं सामान सौ बरस के हैं कल की ख़बर नहीं आ जाएँ… Read More »हैरत इलाहाबादी ’ की रचनाएँ
आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं सामान सौ बरस के हैं कल की ख़बर नहीं आ जाएँ… Read More »हैरत इलाहाबादी ’ की रचनाएँ