अबू मोहम्मद सहर की रचनाएँ
अब तक इलाज-ए-रंजिश-ए-बे-जा न कर सके अब तक इलाज-ए-रंजिश-ए-बे-जा न कर सके इक उम्र में भी हुस्न को अपना न कर सके थी एक रस्म-ए-इश्क़… Read More »अबू मोहम्मद सहर की रचनाएँ
अब तक इलाज-ए-रंजिश-ए-बे-जा न कर सके अब तक इलाज-ए-रंजिश-ए-बे-जा न कर सके इक उम्र में भी हुस्न को अपना न कर सके थी एक रस्म-ए-इश्क़… Read More »अबू मोहम्मद सहर की रचनाएँ