इंशा अल्लाह खां की रचनाएँ
कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं कमर बांधे हुए चलने को याँ सब यार बैठे हैं । बहोत आगे गए, बाक़ी… Read More »इंशा अल्लाह खां की रचनाएँ
कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं कमर बांधे हुए चलने को याँ सब यार बैठे हैं । बहोत आगे गए, बाक़ी… Read More »इंशा अल्लाह खां की रचनाएँ