जयपाल तरंग की रचनाएँ
ता-ता थैया जंगल में प्यारा-सा छप्पर, छप्पर में था बकरी का घर। घर में रहती उसकी बिटिया, नाचा करती ता-ता थैया। बकरी के संग चरने… Read More »जयपाल तरंग की रचनाएँ
ता-ता थैया जंगल में प्यारा-सा छप्पर, छप्पर में था बकरी का घर। घर में रहती उसकी बिटिया, नाचा करती ता-ता थैया। बकरी के संग चरने… Read More »जयपाल तरंग की रचनाएँ