बहज़ाद लखनवी की रचनाएँ
ऐ जज़्ब-ए-दिल गर मैं चाहूँ ऐ जज़्ब-ए-दिल गर मैं चाहूँ हर चीज़ मुक़ाबिल आ जाए मंज़िल के लिए दो गाम चलूँ और सामने मंज़िल आ… Read More »बहज़ाद लखनवी की रचनाएँ
ऐ जज़्ब-ए-दिल गर मैं चाहूँ ऐ जज़्ब-ए-दिल गर मैं चाहूँ हर चीज़ मुक़ाबिल आ जाए मंज़िल के लिए दो गाम चलूँ और सामने मंज़िल आ… Read More »बहज़ाद लखनवी की रचनाएँ