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बहिणाबाई

बहिणाबाई की रचनाएँ

ये गोकुल चल हो ये गोकुल चल हो कहत मुरारी। मेघ तुसार निवारे फनिधर सेवा करे बलिहारी॥ बसुवा अपने कर दीन्हो पालख योंही कीन्हो जमुना… Read More »बहिणाबाई की रचनाएँ