भूपेन्द्र नारायण यादव ‘मधेपुरी’की रचनाएँ
आदमी दिन में सूरज की रौशनी रात में बिजली की चकाचौंध आख़िर अंधेरा ! जाए तो जाए किधर ? सिमटकर दुबक गया अंधेरा आदमी के अन्दर और… Read More »भूपेन्द्र नारायण यादव ‘मधेपुरी’की रचनाएँ
आदमी दिन में सूरज की रौशनी रात में बिजली की चकाचौंध आख़िर अंधेरा ! जाए तो जाए किधर ? सिमटकर दुबक गया अंधेरा आदमी के अन्दर और… Read More »भूपेन्द्र नारायण यादव ‘मधेपुरी’की रचनाएँ