रामेश्वर नाथ मिश्र ‘अनुरोध’की रचनाएँ
जय जननी जय भारत माता जय जननी जय भारत माता हरे-भरे, वन-पर्वत शोभित मोहित विश्व-विधाता कलकल करती बहतीं नदियाँ गुणगण गायन करतीं सदियाँ सर्व सौख्य… Read More »रामेश्वर नाथ मिश्र ‘अनुरोध’की रचनाएँ
जय जननी जय भारत माता जय जननी जय भारत माता हरे-भरे, वन-पर्वत शोभित मोहित विश्व-विधाता कलकल करती बहतीं नदियाँ गुणगण गायन करतीं सदियाँ सर्व सौख्य… Read More »रामेश्वर नाथ मिश्र ‘अनुरोध’की रचनाएँ