‘हफ़ीज़’ बनारसी की रचनाएँ
दिल की आवाज़ में आवाज़ मिलाते रहिए दिल की आवाज़ में आवाज़ मिलाते रहिए जागते रहिए ज़माने को जगाते रहिए दौलत-ए-इश्क़ नहीं बाँध के रखने… Read More »‘हफ़ीज़’ बनारसी की रचनाएँ
दिल की आवाज़ में आवाज़ मिलाते रहिए दिल की आवाज़ में आवाज़ मिलाते रहिए जागते रहिए ज़माने को जगाते रहिए दौलत-ए-इश्क़ नहीं बाँध के रखने… Read More »‘हफ़ीज़’ बनारसी की रचनाएँ