हसन ‘नईम’ की रचनाएँ
ग़ज़लें ग़म से बिखरा न पैमाल हुआ ग़म से बिखरा न पैमाल हुआ मैं तो ग़म से ही बे-मिसाल हुआ वक़्त गुज़रा तो मौजा-ए-गुल था… Read More »हसन ‘नईम’ की रचनाएँ
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