अनुप्रिया की रचनाएँ
पहचान जब होती हूँ पंख उड़ जाते हो थामकर मुझे नीले विस्तार में जब होती हूँ ख़्वाब भर लेते हो अपनी आँखों में जब होती… Read More »अनुप्रिया की रचनाएँ
पहचान जब होती हूँ पंख उड़ जाते हो थामकर मुझे नीले विस्तार में जब होती हूँ ख़्वाब भर लेते हो अपनी आँखों में जब होती… Read More »अनुप्रिया की रचनाएँ