बिरजीस राशिद आरफ़ी की रचनाएँ
धूम ऐसी मचा गया कोहरा धूम ऐसी मचा गया कोहरा जैसे सूरज को खा गया कोहरा बन के अफ़वाह छा गया कोहरा बंद कमरों मे… Read More »बिरजीस राशिद आरफ़ी की रचनाएँ
धूम ऐसी मचा गया कोहरा धूम ऐसी मचा गया कोहरा जैसे सूरज को खा गया कोहरा बन के अफ़वाह छा गया कोहरा बंद कमरों मे… Read More »बिरजीस राशिद आरफ़ी की रचनाएँ