त्रिपुरारि कुमार शर्मा की रचनाएँ
आज़ादी जुबां तुम काट लो या फिर लगा दो होंठ पर ताले मिरी आवाज़ पर कोई भी पहरा हो नहीं सकता मुझे तुम बन्द कर… Read More »त्रिपुरारि कुमार शर्मा की रचनाएँ
आज़ादी जुबां तुम काट लो या फिर लगा दो होंठ पर ताले मिरी आवाज़ पर कोई भी पहरा हो नहीं सकता मुझे तुम बन्द कर… Read More »त्रिपुरारि कुमार शर्मा की रचनाएँ