ठाकुर ज्ञानसिंह वर्मा की रचनाएँ
वतन के वास्ते वतन के वास्ते बस जान घुला देंगे हम, गले को शान से फांसी पे झुला देंगे हम। भीष्म-संतान हैं, कुत्तों की मरेंगे… Read More »ठाकुर ज्ञानसिंह वर्मा की रचनाएँ
वतन के वास्ते वतन के वास्ते बस जान घुला देंगे हम, गले को शान से फांसी पे झुला देंगे हम। भीष्म-संतान हैं, कुत्तों की मरेंगे… Read More »ठाकुर ज्ञानसिंह वर्मा की रचनाएँ