हनीफ़ साग़र की रचनाएँ
कहता हूँ मुहब्बत है ख़ुदा कहता हूँ महब्बत है ख़ुदा सोच समझकर ये ज़ुर्म अगर है तो बता सोच समझकर कब की मुहब्बत ने ख़ता… Read More »हनीफ़ साग़र की रचनाएँ
कहता हूँ मुहब्बत है ख़ुदा कहता हूँ महब्बत है ख़ुदा सोच समझकर ये ज़ुर्म अगर है तो बता सोच समझकर कब की मुहब्बत ने ख़ता… Read More »हनीफ़ साग़र की रचनाएँ