ज़ेब उस्मानिया की रचनाएँ
ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं अपनी हस्ती से वो इक बात सिवा कहते हैं… Read More »ज़ेब उस्मानिया की रचनाएँ
ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं अपनी हस्ती से वो इक बात सिवा कहते हैं… Read More »ज़ेब उस्मानिया की रचनाएँ